मेरी नजर उन युवाओ एवं मतदाताओं पर है.जो अपने मत से एक शसक्त राष्ट्या का निर्माण करेंगे!और हमारे देश का भविष्य सवारेंगे!इसलिए मैं ये आर्टिकल मुख्या रूपसे युवाओ को सम्बोधित कर रहा हूँ!
बस कुछ ही समय बाद हमारे देश में चुनाव की तैयारी शुरू होने वाली है!सभी नेता जोर-शोर से चुनाव की रणनीति में लग जायेंगे!मैंने सोचा क्यू न हम भी अपने श्रेष्ट नेता को चुनने की तैयारी करे!जैसे नेता लोग स्वयं के लिये मेहनत करते है!हम भी अपने देश के लिए अच्छे और करमार्थ नेता को चुनने की रणनीति बनाये!मगर ये तभी संभव हो सकता है जब चुनाव के विषय में हमे सही ज्ञान हो!आम तोर पर चुनाव का अर्थ चुनने अथवा निर्णय लेने से होता है!चुनाव का हमारे निजी जीवन में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है!
उदाहरण के तोर पर आपको किसी कंपनी में निवेश करनी हो तो आप जांच परख कर ऐसी कम्पनी का चुनाव करेंगे जिससे आपके धन को हानि ना पहुंचे!क्या कभी आप अपने देश के नेता को चुनते समय ऐसा सोचते है!आप जिस नेता को चुन रहे है वो आपके और आपके देश के हित में है भी या नहीं!क्या हम उन नेताओ के द्वारा किये गए काम का मूल्यांकन करते है!याद रखिये ये देश आपका है जो आप अपने देश के लिए करेंगे वो आपको मिलेगा!
मुझे लगता है आज सबसे ज्यादा आक्रोश युवाओ में ही है!चुकि हम आप जैसे युवा कभी स्कूल कभी कॉलेज में प्रवेश के लिए चक्क्कर काटते है!मोती मोती रिश्वत मांगते है नौकरी के लिए!क्या करे अपने क्षेत्र के नेता से बात करो तो नजरे चुराती है!बात नहीं करते!कैसे करेंगे बोया पेड़ बबूल का तो आम कहा से पाओगे!
आज गली मोहल्ले से लेकर स्कूल की चार दीवारी में छोटे-छोटे बच्चे विचार विमर्श करते है!किन्तु इसका क्या फायदा जब हम आप जैसे युवा अपने देश के नेता को चुनते समय विचार ही नहीं करते!किसी को भी सत्ता सोप देते है!हमे उनके अतीत से कोई मतलव ही नहीं होता चाहे कोई क्रिमनल हो बदमाश हो रेपिस्ट हो या कोई भी दागी व्यक्ति कितनी आसानी से सत्ता हासिल कर लेता है!सिर्फ हमारी गैर जिम्मेदारी की वजह से!क्यू कि हम स्वयं अपने लिए ऐसे लोगो को चुनते है!
कुछ लोग तो कहते है हमारे हाथ में क्या है.जो लोग सत्ता में खड़े है सबकुछ तो उन्ही के पास है!पर हम ये भूल जाते है उन्हें सत्ता में खड़ा किसने किया हमने किया अपने कीमती वोटो से और अगर हम चाहे तो उन्हें गिरा भी सकते हैं!कुछ लोगो को तो वहम है की पैसो का बोलबाला है मगर हम ये क्यू भूल जाते है जितनी शक्ति उनके नॉट में है उससे कई ज्यादा शक्ति हमारे वोट में है!दोस्तों जितनी शक्ति उन्हें हम पांच सालो के लिए देते है उससे कई ज्यादा शक्ति हमे सविधान से मिला है!जिस दिन नॉट के बदले वोट.धर्म जाती.भाई बंधू के आधार पर बाटने बंद कर देंगे उस दिन आपको युवा की शक्ति नजर आएगी!और आम जनता की शक्ति नजर आएगी!
2 Comments
सोहराब मिर्झाजी , आप ने बड़ी अच्छी बात शेर की हैं । लेकिन अच्छे नेता और भ्रष्ट नेताओं के बारे में आज भी बहुत से लोग अनजान हैं। तो आप से बिनती है कि अच्छे नेता और भ्रष्ट नेताओं की एक यादी आप जारी करे । इससे हमें वोटिंग करने में आसानी होगी । आज़ादी के सत्तर साल बाद भी लोगों को ये कहना पड़ रहा है की सोच समझ के वोटिंग करें इसका अर्थ यही हुवा की आज भी लोगों के पास ये समज या पहेचान नहीं है । अतः आप से यह बिनती है की अच्छे नेता और भ्रष्ट नेताओं की एक यादी आप जारी करे । घन्यवाद ।
ReplyDeleteहेमंत कारिया
सबसे पहले आपका धन्यवाद् हेमंत जी!आप मेरी बातो से सहमत है!
Deleteअपने मुझे उत्साहित किया है.मै इस पर और काम करूंगा!
पर हेमंत जी लिस्ट से भी ज्यादा जरूरी है हमारी खुद की समझदारी! हमारे देश में आज भी चुनाव धर्म.जाती.और भीड़ तंत्र के आधार पर होता है!एजुकेशन है पर लोगो का खुद का पॉइन्ट ऑफ़ व्यू नहीं है!10 लोग जिस तरफ चल रहे है उसी तरफ सब भागते है!पढ़े लिखे का मतलब होता है खुद का नजरिया किसी चीज को परिभासित करने का!हमे कमसे कम चुनाव करते समय उस नेता की क्वॉलिफिकेशन्स बैकग्राउंड तो पता होनीचाहिए जो आम बात है! सोशल मीडिया में आसानी से मिल जाते है! हमे पता होती है की ये नेता दागी है हम फिर भी उसी को वोट देते है!आज कल का सोशल मीडिया कितना भी भ्र्स्ट हो पर सच्चे पत्रकार भी है और अच्छे नेता भी है हमे ढूंढना पड़ेगा! बस धर्म जाती को त्याग कर हमे चुनाव के विशेष पैरामीटर तैयार करना पड़ेगा जिससे हम एक अच्छे नेता को चुन सकेंगे!
धन्यवाद्!