विकास में युवाओ की भूमिका, भारत के पढ़े लिखे युवाओ के कंधे पर विकास की जिम्मेदारी

भारत के पढ़े लिखे युवाओ के कंधे पर विकास की जिम्मेदारी

विकास में युवाओ की भूमिका, 
           
दोस्तों यह आर्टिकल लिखने का ख्याल मेरे मन में इसलिए आया. क्योंकि मुझे लगता है!आजकल पढ़े लखे युवा अपने मार्ग से भटक गए है!
दोस्तों मैं एक उदारवाद व्यक्ति हूँ और मुझे सिर्फ उदारवाद लोग ही प्रिय लगते है!
बहुत कम शाब्दो में बहुत कुछ कहना चाहता हूँ मैं!आज हमे कुछ लोग विकास का स्वपन दिखा कर आपस में फुट दाल रहा हैं.वर्षो से लोकप्रिय हमारी अखंडता को प्रभावित किया जा रहा है!और हम भी इस गलतियों में शामिल हो रहे है मुझे हास्य स्पद लगता है देश के पढ़े लिखे युवा भी बिना तर्क वितर्क के ऐसे लोगो के झांसे में कैसे आजाते है!
मैं हर एक पढ़े लिखे युवा से एक सवाल करता हूँ.देश का विकास करने के लिए हिंदुत्व की क्या आवश्यकता है! ये देश तो सभी का है.तो क्या फिर बाकी लोगो की कोई जिम्मेदारियां नहीं हैं!बात को समझने की जरुरत है!देश की विकास में धार्मिक मुद्दों की क्या जरूरत!हमारे देश के राजनितिक गुरुओ के पास एक ही मुद्दा रहता है बस हिन्दू-मुस्लिम!मुझे ये बताइये इससे हमारे देश के विकास का क्या सम्बन्ध हैं!पढ़े लिखे युवाओ अपनी आँखे खोल लो.जो जिसका काम है उसे करने दो!धर्म गुरु को धर्म चलाने दो राजनीतिगुरु को राजनीती!

@  Read Also भारतीय युवा और राजनीति

अगर राजनीती गुरु धर्म में घुसेगा तो धर्म को मैला करेगा और अगर धर्म गुरु राजनीती में घुसेगा तो राजनीती को मैला करेगा इसलिए दोनों को अगल रहने दो!
क्या आपलोग  सचमे विकास चाहते हैं?
मुझे लताश है उन पढ़े लिखे युवाओ की जो सचमे विकास चाहते हैं!अगर आप सचमे विकास चाहते हैं.तो भारत प्रेमी बनिये हिन्दू मुस्लिम भूल जाइये!हमे किसी राजनितिक संघठन या धार्मिक संघटन का हिमायती नहीं बनना चाहिए!
जब आप सारे संघठन से मुक्त हो जायेंगे तव आप सच्चे देष भक्त बनेंगे.तव आप किसी संघठन के हित के बारे में नहीं सोचेंगे तव आप सिर्फ भारत के बारे में सोचेंगे!और जब आप भारत के बारे में सोचेंगे तव विकास होगा आपका हमारा और इस देश का!इसलिए  दोस्तों देश भक्त बनिये किसी धर्म गुरु या राजनीतिगुरु का भक्त मत बनिये चुकि ये धर्म गुरु राजनीती में आरहे है और राजनीतिगुरु धर्म में.और इनके चक्कर में पढ़े लिखे युवा आ रहे है!हम पढ़े लिखे युवाओ पर देश की जिम्मेदारी है अगर हम ही भटक जायेंगे तो देश का विकास कैसे होगा!हम पढ़े लिखे है हमे न्याय करना आना चाहिए! इसलिए हमे संघठन और धर्म के मुद्दों से ऊपर उठ कर देश के हित के बारे में सोचना चाहिए!हम सब भारतीय है और आने वाले कल का निर्माता हैं!अगर हमने अपनी आँखे खोल ली तो साडी बुराइया खत्म हो जाएगी!हम सही गलत के फैसले खुद लेंगे तभी इन नकली देश भक्तो का धंदा बंद होगा!ओर हा दोस्तों जय हिन्द जय भारत बोलने का हक़ सबको हैं!इसका ताल्लुक धर्म से नहीं होना चाहिये!
अगर अच्छा लगा हो आपको ये आर्टिकल तो लाइक और फॉलो करना ना भूले!

                            जय हिंद जय भारत
                        लेखक शोहराब मिर्ज़ा                                 
Reactions

Post a Comment

2 Comments

Emoji
(y)
:)
:(
hihi
:-)
:D
=D
:-d
;(
;-(
@-)
:P
:o
:>)
(o)
:p
(p)
:-s
(m)
8-)
:-t
:-b
b-(
:-#
=p~
x-)
(k)